NOTE 5: Hi5 पा
Hi5 Pa, hows you doing,
Its been 10 years now, many things have evolved in these years.
Many people came in my life, play their roles,
Some of those said fate is something beyond our command,
that destiny is not our own, But I know better...
Our fate lives within us. You only have to believe in it!
--------------------------------------------- Nj 20170615
NOTE 4: पापा की टाई
बचपन से देखा करता था, अक्सर पापा को लगाते हुए टाई,
सोचता था जल्दी से बड़ा हो जाऊँ और उस पर अपना कब्ज़ा जमाऊँ ..
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सालों बीत गए है अब उन यादों को,
पर एहसास करता हूँ अब भी कुछ बातों को,
बचपन में सुनता था, आज की दुनियाँ पैसों से चलती है,
और हमारे कल के लिए पैसे कमाए जा रहे थे पापा,
सुबह जब उठता था, तब देर रात थके आये,
फिर से दिन भर काम पर जाते दीखते थे पापा,
घर में सब अपना लाड़ और प्यार दिखाते,
पर बिना कहे ही प्यार करते थे पापा,
कहते थे सब इनका ३६ का है आकड़ा ,
फिर भी मेरी हर ज़िद को पूरा करते थे पापा,
अंतर्मुखी स्वभाव और सपने ऊँचे थे मेरे,
पर उन्हें पूरे करने का रास्ता बताने वाले थे पापा,
मैं बेटा शब्द को सार्थक कर पाया या नहीं ,
पर आज साथ न होकर भी साथ बने हुए है पापा |
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आख़िरकार आज पहली बार, पहनी है मैंने वो टाई,
मौका भी खास है, देश विदेश के लोग जमा है,
जो शिक्षा मिली थी, नींव को लौटाने की,
उसी के लिए की मेहनत का रंग जमा है,
मैं खड़ा मंच पर, कुछ बोलने को कहा है,
पर गला है रुँधा,अल्फ़ाज की जगह गर्म हवा है,
पर याद दिलाया टाई ने, बेफ़िक्र होकर बोल,
जब तू है तेरे साथ, तो क्यों है किसी के साथ की आस,
और फिर.. कुछ तो बोला हमने, याद नहीं क्या बोला
पर बेशक़ दिल का कोई दबा दरवाजा तो खोला..
महसूस हुआ दर्शक दीर्घा में खड़ा कोई मुस्कुरा रहा है,
और बिना रुके लगातार, तालियां बज़ा रहा है..
--------------------------------------------- Nj 20160210 NOTE 3: वक़्त पिता सामान
वक़्त पिता सामान जी
हाथ पकड़ आगे बढ़ाए,
सही गलत का फ़र्क समझाए ।
मेहनत करो तो पीठ थपथपाए,
और गलती करो तो कान दबाए ।
अकड़ जाओ तो झुकना सिखाए,
गिर जाओ तो हौंसला बढ़ाए ।
और जब लगे बच्चा हुआ बड़ा,
तो होने दे उसको अपने पैरों पर खड़ा ।
साथ न होकर भी हरदम साथ रहे,
बिना बोले भी अपनी बात कहे ।
सो कभी न पाओ खुद को तुम अकेला,
थाम के वक़्त की उंगली, आगे बढ़ते चलो बेटा ।
--------------------------------------------- Nj 20150210
NOTE 2: ज़िंदगी है, पूरे से थोड़ी कम ही सही
छह साल पहले,
हो गए थे हम अकेले..
फिर मिले कई लोग अपने
पूरे करे कुछ सपने..
यादें है कुछ पुरानी,
कभी लगे अपनी, कभी अनजानी...
वक़्त भी करे मनमानी,
ले जाये वही जहाँ से शुरू हुई कहानी..
सपने है अब भी कुछ मेरे,
कुछ अनछुए कुछ अनकहे..
बस ये वक़्त कभी न थम जाये,
हम बस आगे ही आगे बढ़ते जाये..
दुआओं में है हरदम आस पास वो मेरे,
शायद थे ही नहीं हम कभी अकेले..
यादों की भी अब कोई फ़िक्र नहीं,
ज़िंदगी है, पूरे से थोड़ी कम ही सही.
--------------------------------------------- Nj 20140210
NOTE 1: बंटवारा
बंटवारा हो रहा था, सभी अपना हक जमा रहे थे,
जमीन, जायदाद, रूपया, पैसा सब बांटा जा रहा था,
विरासत पर अपना हक जमाया जा रहा था,
जिन्होंने जन्म दिया, वो तो अब ना रहे,
छोड़ गए थे नाम, पर उनको कुछ और ही दिखा |
हर चीज बांटा ली गई, पर संस्कार न बाँट सके,
जिस घरोंदे को बचाना था,उसे तिनका तिनका कर उजाड़ गए ।
याद में अब उनके इमारते बनाते है,
मैं लायक, तुम नालायक का शोर मचाते है ।
जीते जी तो न सेवा की न हाल पूछा,
अब ज़माने को क्या खाक दिखाते है ।
बंद मुट्ठी थी तब एक घर, परिवार था,
आज बचा बस अपना अपना मकान है |
पर वक़्त का भी अपना अंदाज़ है,
रुकता नहीं, थमता नहीं, किसी के लिए भी बदलता नहीं,
सुबह के बाद शाम भी आती है,
जो जैसे बोता है, वो वैसा ही काटता है।
--------------------------------------------- Nj 20100210
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